Wednesday, July 25, 2012


मेरी कविता
मैं भी कविता लिखता हूँ--
और तुम भी.....
मेरी छपती है—
और तेरी भी ।
मैं अपनी कविता को
बार-बार पढ़ता हूँ—
और तेरी कविता को....
कभी देखता  भी नहीं ।
मानता हूँ—
तेरी कविता
मेरी कविता से
बहुत अच्छी होगी ।
पर,
मेरी कविता, मेरी है...
चाहे जैसी भी हो, मेरी है...
मेरी अपनी लिखी हुई ।
मेरा अनुभव, मेरी पीड़ा
मेरी खुशी, मेरा दर्द
और न जाने क्या-क्या
सबकुछ मिला है उसमें ।
इसलिए,
मैं अपनी कविता से
प्रेम करता हूँ और सिर्फ
उसे ही पसन्द करता हूँ ।
चाहे वह, दूसरों के लिए
अचछी हो, या न हो
पर मेरे लिए तो बहुत अच्छी है
क्योंकि वह मेरी अपनी है ।।#।।

Sunday, July 22, 2012

डॉ. महाराज कृष्ण जैन स्मृति सम्मान


प्रविष्टियाँ आमंत्रित
डॉ. महाराज कृष्ण जैन स्मृति सम्मान
कहानी लेखन महाविद्यालय, अंबाला छावनी के संस्थापक एवं शुभ तारिका मासिक पत्रिका के संस्थापक संपादक डॉ. महाराज कृष्ण जैन की 12वीं पुण्य तिथि के अवसर पर पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी द्वारा आगामी 24 मई से 26 मई तक आयोजित राष्ट्रीय हिंदी विकास सम्मेलन एवं पर्यटन शिविर के अवसर पर डॉ. महाराज कृष्ण जैन स्मृति सम्मान, श्री केशरदेव गिनिया देवी बजाज स्मृति सम्मान, श्री जीवनराम मुंगी देवी गोयनका स्मृति सम्मान, श्री जे. एन. बावरी स्मृति सम्मान, श्री जमनाधर पार्वती देवी माटोलिया स्मृति सम्मान और श्रीमती सरस्वती सिंह स्मृति सम्मान हेतु लेखक-कवि तथा हिंदी के क्षेत्र में कार्य करने वाले कर्मचारी एवं अधिकारी, समाज सेवी, पर्यटन के इच्छुक भारतीय नागरिकों से उनके योगदान का विवरण, पूरा पता एवं पंजीकरण शुल्क 100/- आगामी 31 अक्टूबर 2012 तक सचिव, पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी, पो. रिन्जा, शिलांग 793006 के पते पर आमंत्रित है। मोबाइल- 9774286215, 9436117260, e-mail- hindiacademy1@gmail.com