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b÷Éì. ¨É½þÉ®úÉVÉ EÞò¹hÉ VÉèxÉ º¨ÉÞÊiÉ ºÉ¨¨ÉÉxÉ 2011
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पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी, शिलांग
"पूर्व के स्काटलैंड के रूप में प्रसिद्ध मेघालय की राजधानी शिलांग में भी हिन्दी का अच्छा खासा प्रभाव है. पहाड़ियों पर बसे इस खूबसूरत शहर में पूर्वोत्तर हिन्दी अकादमी,हिन्दी के विकास और विस्तार में लगी है. "
पूर्वोत्तर हिन्दी अकादमी की स्थापना 1990 में हुई थी. अकादमी वहाँ के अहिन्दी भाषी लोगो के मन में हिन्दी के प्रति लगाव की भावना जगा कर उन्हें हिन्दी से जोडने के लिए प्रयासरत है. ये संस्था पूर्वोत्तर की स्थानीय भाषाओं जैसे खासी,बोरो,असमी, मणिपुरी और बांग्ला के विकास और समन्वय के लिए भी काफी काम कर रही है.
भारतीयता के वृहद उद्देश्य से काम कर रही इस संस्था के उद्देश्यों में कला और संस्कृति का प्रचार भी शामिल है।अपने कार्यक्रमों के माध्यम से अकादमी उत्तर-पूर्व के राज्यों के साथ देश के अन्य राज्यों में सांस्कृतिक आदान-प्रदान के द्वारा राष्ट्रीय एकता को भी विकसित कर रही है.
परिपत्र-02/शिबिर 2012/साधारण डाक
प्रतिभागी का विवरण (कृपया इसे भरकर शुल्क के साथ भेंजे)
पंजीयन संख्या (कार्यालय द्वारा भरा जाएगा) |
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अखिल भारतीय लेखक मिलन शिबिर 2012
डॉ. महाराज कृष्ण जैन स्मृति सम्मान 2011 एवं अन्य सम्मान
दिनांक- 25 मई से 27 मई 2012 तक आयोजक- पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी, पो. रिन्जा, शिलांग 793 006
पूरा नाम |
| आयु |
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पूरा पता |
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मोबाइल नं0 |
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शैक्षिक योग्यता |
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रुचियाँ |
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लेखन की विधाएं |
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पहली रचना कब प्रकाशित हुई |
| पहली रचना किस पत्रिका में प्रकाशित हुई |
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प्रकाशित पुस्तकों की संख्या |
| पत्रिकाओं में प्रकाशित रचनाओं की संख्या |
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शोध पत्रों की प्रस्तुति |
| प्रकाशित शोध पत्रों की संख्या |
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साहित्यिक आयोजनों में भागीदारी |
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पत्रकारिता के क्षेत्र में कोई योगदान |
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भाषा-विकास में कोई योगदान |
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सामाजिक-कार्य के क्षेत्र में योगदान |
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पूर्वोत्तर भारत में हिंदी के विकास संबंधी आपका सुझाव |
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जिस कार्यक्रम में आप भाग लेना चाहते हैं, किसी एक पर निशान लगाइए। |
( # कविता और आलेख की प्रति अग्रिम भेजना अनिवार्य है।) |
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¨Éé PÉÉä¹ÉhÉÉ Eò®úता/Eò®úiÉÒ ½ÚÄþ ÊEò >ð{É®ú nùÒ MÉ<Ç VÉÉxÉEòÉ®úÒ {ÉÚhÉÇiÉ& ºÉiªÉ ½èþ* {ÉÚ´ÉÉækÉ®ú ˽þnùÒ +EòÉnù¨ÉÒ EòÉ ºÉ¨¨ÉÉxÉ एवं आवास ºÉƤÉÆvÉÒ ÊxÉhÉÇªÉ ¨ÉÖZÉä ¨ÉÉxªÉ ½þÉäMÉÉ*ºÉ¨ÉÉ®úÉä½þ Eäò nùÉè®úÉxÉ ¨Éé +EòÉnù¨ÉÒ EòÉä +{ÉxÉÉ ºÉ½þªÉÉäMÉ nÚÄùMÉÉ/nÚÄùMÉÒ +Éè®ú <ºÉ EòɪÉÇGò¨É EòÉä ºÉ¡ò±É ¤ÉxÉÉxÉä Eäò ʱÉB |ɪÉixɶÉÒ±É ®ú½ÚÄþMÉÉ/®ú½ÚÄþMÉÉÒ।
पंजीकरण शुल्क 100/-
दिनांक---------------- पूरा हस्ताक्षरú-----------------------
शिलांग (मेघालय) में राष्ट्रीय हिंदी विकास सम्मेलन 2012 की तैयारियाँ शुरू
"अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर मेघालय की राजधानी शिलांग में अगले साल फिर से हिन्दी का एक कुम्भ लगेगा. हिन्दी के इस कुम्भ का आयोजन पूर्वोत्तर भारत में हिन्दी के लिए समर्पित संस्था पूर्वोत्तर हिन्दी अकादमी द्वारा किया जाएगा. इस सम्मेलन के लिए अकादमी ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी है. इसमें हिन्दी के लेखकों और हिन्दी सेवियों का सम्मान भी किया जाएगा. "
पूर्वोत्तर हिन्दी अकादमी द्वारा 25 मई 2012 से 27 मई 2012 तक मेघालय की राजधानी शिलांग में राष्ट्रीय हिंदी विकास सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा.इस चार दिवसीय सम्मेलन में देश- विदेश के हिन्दी लेखक,साहित्यकार,रचनाकार, हिन्दी सेवी और हिन्दी प्रेमी भाग लेंगे. उल्लेखनीय है अकादमी द्वारा 2011 में आयोजित हिन्दी विकास सम्मेलन काफी सफल रहा था. इसमे केन्द्रीय राज्य मंत्री सुश्री अगाथा संगमा ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी.
इस बार सम्मेलन में डॉ. महाराज कृष्ण जैन की ग्यारहवीं पुण्य तिथि के अवसर पर हिंदी लेखकों और हिंदी सेवियों का सम्मान भी किया जाएगा.
सम्मेलन में भाग लेने वाले लोग पूर्वोत्तर भारत के प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक परपराओं से रूबरू हो सके इस हेतु अकादमी ने एक दिन स्थानीय पर्यटन के लिए सुरक्षित रखा है. इस तरह ये सम्मेलन हिन्दी के विकास के साथ-साथ हिन्दी भाषी समाज को पूर्वोत्तर भारत से जोडने के लिए सेतु की भूमिका भी निभाएगा.
इस सम्मेलन में भाग लेने के इच्छुक व्यक्तियों के लिए पूर्व पंजीयन आवश्यक है.पंजीयन के लिए अकादमी के सचिव से इस पते पर संपर्क किया जा सकता है. संपर्क - डॉ. अकेलाभाइ,सचिव, पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी, पो. रिन्जा, शिलांग 793006, मेघालय
डॉ. महाराज कृष्ण जैन स्मृति सम्मान 2011 एवं राष्ट्रीय हिंदी विकास सम्मेलन एवं पर्यटन शिविर 2012
पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी द्वारा प्रस्तावित कार्यक्रम-विवरण
शुक्रवार 25-05-2012 | 1.00 बजे से 2.00 बजे तक | 1.00 बजे से 3.00 बजे तक | 4.00 बजे से 5.00 बजे तक | 5.00 बजे से 6.00 बजे तक | 6.00 बजे से 9.00 बजे तक | 9.00 बजे से 10.30 बजे तक | 10.30 बजे से 11.00 बजे तक | ||
पंजीकरण | भोजनावकाश | उदघाटन समारोह | अल्पाहार एवं चाय | काव्य संध्या | भोजनावकाश | परस्पर संवाद | |||
शनिवार 26-05-2012 | प्रातः 8.00 बजे से 10.00 बजे तक | 10.00 बजे से 1.00 तक | 1.00 बजे से 3.00 बजे तक | 3.00 बजे से 5.00 बजे तक | 5.00 बजे से 6.00 बजे तक | 6.00 बजे से 9.00 बजे तक | 9.00 बजे से 10.30 बजे तक | ||
अल्पाहार एवं चाय | विचार संगोष्ठी | भोजनावकाश | सम्मान समारोह | अल्पाहार एवं चाय | सास्कृतिक संध्या | भोजनावकाश | |||
रविवार 27-05-2012 | प्रातः 6 बजे से सायं 5 बजे तक स्थानीय मित्रों के साथ चेरापूँजी का परिदर्शन स्वेच्छानुसार भ्रमण के | 5.00 बजे से 6.00 बजे तक | 6.00 बजे से 9.00 बजे तक | 9.00 बजे से 10.30 बजे तक | |||||
अल्पाहार एवं चाय | विश्राम | भोजनावकाश | |||||||
टिप्पणी- संयोजक के सुविधानुसार कार्यक्रम में परिवर्तन किया जा सकता है। हमारी व्यवस्था 25 मई को दोपहर 1 बजे से आरंभ तथा 27 मई को प्रातः 6 बजे सम्पन्न होगी। इसके पूर्व अथवा बाद में कोई प्रतिभागी रुकना चाहते हैं तो उन्हें इसकी अग्रिम सूचना देनी होगी तथा नियमानुसार शुल्क का भुगतान करना होगा। कार्यक्रम का पूरा विवरण समारोह के एक माह पूर्व साधारण डाक से प्रेषित किया जाएगा।
2 comments:
उपयोगी जानकारी लेकिन कुछ स्पष्टीकरण की आवश्यकता है.. शुल्क के बारे में स्पष्ट नहीं है. भोजन और रहने का शुल्क क्या होगा? अतिरिक्त रुकने का प्रभार क्या होगा? वचन तथा काव्य का क्षेत्र क्या होगा?
उपयोगी जानकारी लेकिन कुछ स्पष्टीकरण की आवश्यकता है.. शुल्क के बारे में स्पष्ट नहीं है. भोजन और रहने का शुल्क क्या होगा? अतिरिक्त रुकने का प्रभार क्या होगा? वचन तथा काव्य का क्षेत्र क्या होगा?
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